मानसिक और स्वास्थ्य लाभ विशेष रागों के माध्यम से
जब कभी भी हम किसी कठिन समय से गुजर रहे होते हैं—जैसे अकेलापन, उदासी, या तनाव—तो हमारे मन और शरीर पर इसका सीधा असर पड़ता है। ऐसे समय में संगीत, खासकर भारतीय शास्त्रीय संगीत, एक अद्भुत औषधि के रूप में कार्य करता है। आपने देखा होगा कि जब हम अपना पसंदीदा गीत सुनते हैं या कोई प्रिय धुन कानों में आती है, तो कुछ ही पलों में हमारा मूड बदल जाता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह डोपामाइन हार्मोन के रिलीज़ होने के कारण होता है, जो हमें खुशी और संतोष का अनुभव कराता है।
लेकिन अगर आपका कोई व्यक्तिगत पसंदीदा संगीत नहीं है, तो भी चिंता की बात नहीं है। भारतीय शास्त्रीय संगीत में कई ऐसे राग और धुनें हैं, जिनका सुनना तुरंत मानसिक शांति और प्रसन्नता का अनुभव कराता है। इन रागों की विशेषता यह है कि यह हमारी चंचल और तनावग्रस्त मानसिक स्थिति को संतुलित कर देते हैं।
1. राग देश (Raag Desh)
राग देश खासकर मानसून या बरसात के समय में सुनना अत्यंत सुखद अनुभव होता है।
- मन पर प्रभाव: यह राग उदासी को कम करता है और मानसिक संतुलन को बढ़ाता है।
- स्वास्थ्य लाभ: तनाव और चिंता को कम करता है, रचनात्मक सोच को बढ़ावा देता है।
- सुझाव: सितार, सन्तूर या बांसुरी पर इसका झाला सुनने से तुरंत मानसिक शांति मिलती है।
2. राग पहाड़ी (Raag Pahadi)
राग पहाड़ी बहुत ही हल्का और सुकून देने वाला राग है।
- मन पर प्रभाव: उदास मन को प्रफुल्लित करता है और खुशियों का अहसास कराता है।
- स्वास्थ्य लाभ: हृदय गति को नियंत्रित करने और रक्तचाप संतुलित रखने में मदद करता है।
- सुझाव: शाम या सूर्यास्त के समय इसे बांसुरी या वायलिन पर सुनें। झंकार और झाला मन को प्रफुल्लित करता है।
3. राग बिलावल / अल्हैया बिलावल (Raag Bilawal / Alhaiya Bilawal)
यह राग विशेष रूप से प्रातःकाल सुनने के लिए अत्यंत प्रभावकारी है।
- मन पर प्रभाव: दिन की शुरुआत में ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाता है।
- स्वास्थ्य लाभ: मानसिक तनाव कम करता है और भावनाओं को स्थिर करता है।
- सुझाव: तनपुरा या सितार पर इसका आलाप और झाला सुनना अत्यधिक लाभकारी होता है।
4. राग पिलू (Raag Pilu)
राग पिलू भावनाओं को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली माध्यम है।
- मन पर प्रभाव: उदासी और अकेलेपन को कम करता है।
- स्वास्थ्य लाभ: मानसिक संतुलन को बनाए रखता है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है।
- सुझाव: वायलिन या बांसुरी पर पिलू का झाला सुनना सुखद अनुभव देता है।
5. चंचल प्रकृति वाले राग (Dynamic Raags)
कुछ राग जैसे राग यमन या राग खमाज (Khamaj) मन की चंचलता और बेचैनी को कम करते हैं।
- मन पर प्रभाव: यह राग ताजगी और मानसिक स्थिरता प्रदान करते हैं।
- स्वास्थ्य लाभ: चिंता, तनाव और नींद की समस्याओं में राहत देते हैं।
- सुझाव: अगर आपका मूड उदास या अस्थिर है, तो इसका झाला सुनकर आप कुछ ही पलों में मानसिक सुकून का अनुभव कर सकते हैं।
संगीत सुनने का सही तरीका
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शांति का वातावरण चुनें:
अपने कमरे में हल्की रोशनी और आरामदायक स्थिति में बैठें। -
इंस्टूमेंटल वर्जन चुनें:
सितार, बांसुरी, वायलिन, या सन्तूर पर राग सुनना अधिक प्रभावकारी होता है। -
गहरी साँस लें:
ध्यानपूर्वक गहरी साँस लेते हुए संगीत पर ध्यान दें। -
नियमित अभ्यास:
सुबह और शाम के समय 15–20 मिनट का नियमित राग संगीत सुनना मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
निष्कर्ष
संगीत न केवल हमारी आत्मा को छूता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। विशेष रूप से भारतीय शास्त्रीय राग जैसे देश, पहाड़ी, बिलावल, पिलू और अन्य चंचल राग हमारी उदासी, तनाव और मानसिक अस्थिरता को कम करने में मदद करते हैं। चाहे आप किसी कठिन समय से गुजर रहे हों या बस दिन की शुरुआत को सुखद बनाना चाहें, इन रागों को सुनकर आप कुछ ही पलों में खुशी, ऊर्जा और मानसिक संतुलन महसूस कर सकते हैं।
इसलिए अगली बार जब आप उदास महसूस करें, अपने पसंदीदा राग का आलाप या झाला सुनें और महसूस करें कि कैसे संगीत आपके मन और शरीर दोनों को शांति और खुशी प्रदान करता है।
मेरे विचार अध्याय 1: मेरा परिचय और जीवन दृष्टिकोण जितेन्द्र गौतम
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